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Agarche Mohabat-Geet aur Kavita-18


अगरचे मोहब्बत जो धोखा रही है तो क्यों शमा इसकी हमेशा जली है  हमारे दिलों को वही अच्छे लगते कि जिनके दिलों में मुहब्बत बसी है  मोहब्बत का दुश्मन ज़माना है लेकिन सभी के दिलों में ये फूली फली है

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