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Yandon ne aaj fir-Geet aur Kavita-21


यादों ने आज फिर मेरा दामन भिगो दिया दिल का कुसूर था मगर आँखों ने रो दिया  मुझको नसीब था कभी सोहबत का सिलसिला लेकिन मेरा नसीब कि उसको भी खो दिया  उनकी निगाह की कभी बारिश जो हो गई मन में जमी जो मैल थी उसको भी धो दिया

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