Main Menu

Jinke Dil men-Geet aur Kavita-23


जिनके दिल में गुबार रहते हैं यार वो बादाख़्वार रहते हैं  कि जहाँ ओहदेदार रहते हैं लोग उनके शिकार रहते हैं  पढ़ते लिखने में जो भी अव्वल थे अब तो वो भी बेकार रहते हैं

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Your Comments and Feedbacks motivate us and help us to be better!! Feel free to give us your feedbacks!Thank you!