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Mujhe Pila ke-Geet aur Kavita-24


मुझे पिला के ज़रा-सा क्या गया कोई मेरे नसीब को आकर जगा गया कोई  मेरे क़रीब से होकर गुज़र गई दुनिया मेरी निगाह में लेकिन समा गया कोई

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