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Usane jo chaha tha-Geet aur kavita-30


उसने जो चाहा था मुझे इस ख़ामुशी के बीच मुझको किनारा मिल गया उस बेखुदी के बीच  घर में लगी जो आग तो लपटों के दरमियां मुझको उजाला मिल गया उस तीरगी के बीच

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