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Too koee khuda nahi-Geet aur Kavita-9


तू कोई खुदा नहीं जो तकदीर लिखे इंसान की,  फिर भी वही करता है तू सूरत लिए शैतान की। डरता नहीं इस बात से जब चलती आँधी वक्त की,  हर शख्स मिट जाता है तब सीरत लिए हैवान की।।

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