एपीजे अब्दुल कलाम को भावभीनी श्रद्धांजलि
Shradhanjali
एपीजे अब्दुल कलाम, एक महान व्यक्ति जिन्होने अपना पूरा जीवन हमारे देश को शशक्त बनाने में समर्पित कर दिये, ऐसे महान व्यक्ति को मैं सत् सत् नमन करता हूं। मुझे लगता है कि इनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। जब मैने इनकी मृत्यु का समाचार सुना तो मुझे बहुत दु:ख हुआ और मझे लगता है कि इस समाचार ने पुरे देश को भी झगझोरकर रख दिया है। हम लोग इन्हे एक मिसाइल मैन के तौर पर भी जानते हैं।
इनका पुरा नाम अवुर पाकीर जैनुलाब्दिन अब्दुल कलाम था। यह हमरे देश के एक रक्षा वैज्ञानिक थे। एपीजे अब्दुल कलाम 2002 से लेकर 2007 तक भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति रहें थे। इन्होने पोखरण परमाणु परीक्षण में अपना बहुत बढृा योगदान दिया जिसको हम कभी भी नहीं भूल सकते। इनको कविता लिखने और पढृने का बहुत शौक था। ये बच्चों में बहुत लोकप्रिय थे।
दोस्तों आज में इन्की याद मैं कुछ पंक्तियां लिख रहा हूं, आशा करता हूं का आप इन्हें Share करेंगे -
रामयण में राम जी चले गये, मेरे देश के कलाम जी चले गये, जो देते थे एकता का पैगाम वो कलाम जी चले गये, जिनसे हुई दुश्मनो की नींद हराम वो कलाम जी चले गये, जिसने देश को परमाणु दिये वो कलाम जी चले गये, क्या बतायु दोस्तों वतन का सबसे बड़े हमनाम जी चले गये.... मेरे कलाम चले गये, हमारे कलाम चले गये। मैं इस सच्चे इंसान को मेरी और से भावभीनी श्रद्धांजलि देता हूं और आशा करता हूं कि भगवान इनकी आत्मा को शांति दें! जय हिन्द!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें