Fast reading with much proficiency
Reading problems:
If you are a student and you are vacant on any day, spend that
period in identifying you problems which disturb you in reading and learning.
Thereafter, try to understand those problems. The more you understand them, the
more good way you solve them.
Some teachers reached on a conclusion after many years research that
each class has same common problem. A list of common problems is being
presented here.
Vision
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Fear
|
Vocabulary
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Speed
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Tiredness
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Pronunciation
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Understanding
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Boredom
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Selection
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Time
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Analysis
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Disapproval
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Quantity
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Organization
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Concentration
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Note
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Reversing
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Forgetting past
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Capacity of remembering
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Revision
|
|
Each problem mentioned in the above mentioned list is serious and
these problems can create obstruction in your study. Here some efforts are
being done for the solutions of such problems.
Defining the word reading before mentioning its several aspects is
very necessary. On the base of its definition you will be persuaded why have we
to face several problems on great scale.
Definition of reading:
Often, Reading
is defined in this way that reading or absorbing the matter written by writer
by the means of book. But it can be defined in a better way. It can be defined
in this way-reading is reciprocal relation of a person with symbolic
information. Generally, it is a visual aspect of learning and seven steps are
included in it.
Recognition:
Knowledge of a person who reads the symbols alphabetically- This is
the first step before starting reading properly.
Assimilation:
It is that material process by which light reflexes to a word and of
which eyes assimilate and then it reaches to the brain by optic nerve.
Intra-integration:
It is equal to fundamental intellectual power and it is related to
all the parts of information which is read along with other all appropriate
parts.
Extra-integration:
In it, analysis, criticism, praise, selection and disapproval are
included in it. It is such process in which the reader brings the complete
portion of his previous knowledge into the contact of new knowledge in a better
way.
Retention:
fundamental
gathering of information-gathering can be a problem in itself. Most of people
would felt it at the time of entering into the examination hall and during two
hours of exam. At that time not only collection is sufficient but also
remembering it again and again is also necessary.
Recall:
The capacity to bring it out from the gathering what is needed.
Communication:
Communication is
such source by which information is given soon or finally. In it, sub portion
viz thinking which is very important is included in it.
रीडिंग ते़जी और अधिक कुशलता
रीडिंग की समस्याएं
अगर आप स्टूडेंट हो और किसी दिन खाली
बैठे हो तो अपने उस खाली समय को अपनी उन समस्याओं को नोट करने में लगा दें जो आपको
पढ़ने व सीखते समय आती हैं। फिर उन समस्याओं को समझने की कोशिश करें। आप जितना
उन्हें समझ सकेंगे, उतने ही अच्छे तरीके से सुधार कर सकेंगे।
पिछले कुछ वर्षों में पढ़ाने वाले
टीचर्स ने यह पता लगाया है कि उनकी हर क्लास में, एक ही आम समस्या पैदा होती है।
नीचे आमतौर पर होने वाली समस्याओं की सूची दी जा रही है।
दृष्टि (विजन)
|
डर
|
शब्दावली
|
गति (स्पीड)
|
थकावट
|
उच्चारण
|
समझना
|
बोरियत
|
चयन
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समय
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विश्लेषण
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अस्वीकृति
|
मात्रा
|
संगठन
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एकाग्रता
|
नोट
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पीछे हटना
|
पिछला भूलना
|
याद रखने की क्षमता
|
दोहराना
|
|
ऊपर दी गई सूची में दी गई हर समस्या गंभीर
है और इनसे पढ़ने या सीखने में रुकावट आ सकती है। यहां इन समस्याओं को सुलझाने पर
ही फोकस किया जा रहा है।
रीडिंग के बाकी पहलुओं पर नजर डालने से
पहले इस शब्द को परिभाषित करना जरूरी है और फिर इस परिभाषा के आधार पर आपको समझाया
जाएगा कि क्यों व्यापक रूप से हमे इन अनगिनत समस्याओं का सामना करना पड़ता है?
रीडिंग की परिभाषा-
रीडिंग, जिसे अक्सर
यह कहकर परिभाषित किया जाता है कि लेखक ने जो लिखा है उसे किताब के माध्यम से
पढ़ना या लिखित शब्द को आत्मसात करना। लेकिन इसे और अच्छे तरीके से परिभाषित किया
जाना चाहिए। इसे इस तरह परिभाषित किया जा सकता है- रीडिंग व्यक्ति का प्रतीकात्मक
सूचना के साथ पूरा परस्पर संबंध है। यह आमतौर पर सीखने का चित्रित (विजुअल) पहलू
है और इसमें निम्नलिखित सात चरण शामिल है-
पहचान (Recognition)- वर्णानुक्रमिक (alphabetic) के प्रतीकों के बारे में पढ़ने वाले
का ज्ञान। सही तरीके से पढ़ने की शुरूआत होने से पहले यह चरण आता है।
आत्मसात करना (Assimilation)- वह भौतिक प्रक्रिया
जिसके द्वारा शब्द से प्रकाश प्रतिबिंबित होता है और जिसे आंखें ग्रहण करती हैं और
फिर वह दृष्टि-तंत्रिका (Optic nerve) के द्वारा मस्तिष्क
तक पहुंचता है।
अन्तः-एकीकरण (Intra-integration)- यह आधारभूत बौद्धिक
क्षमता के बराबर है और दूसरे सभी उचित भागों के साथ पढ़े जाने वाली सूचना के सारे
भागों से जुड़ा होने से संबंधित है।
अतिरिक्त-एकीकरण (Extra-integration)- इसमें विश्लेषण, आलोचना, प्रशंसा, चयन
व अस्वीकृति शामिल हैं। यह ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पढ़ने वाला व्यक्ति अपने पिछले
ज्ञान के पूरे भाग को अपने पढ़ने के नए ज्ञान के संपर्क में उपयुक्त तरीके से लाता
है।
स्मरण (Retention)- सूचना का आधारभूत
संग्रहण। संग्रहण अपने आप में एक समस्या बन सकता है। ज्यादातर लोगों ने परीक्षा
भवन में प्रवेश करते हुए और दो घंटे की परीक्षा के दौरान ज्यादातर सूचना का संग्रह
करते हुए ऐसा अनुभव जरूर किया होगा। उस समय केवल संग्रह करना ही काफी नहीं है
बल्कि उसके साथ उसे बार-बार याद करना भी जरूरी है।
दोहराना (Recall)- जिसकी ज़रूरत है उसे
संग्रहण से बाहर लाने की क्षमता, खासकर उसकी जरूरत पड़ने पर।
संप्रेषण (Communication)- ऐसा माध्यम जिसके
द्वारा तुरंत या अंततः सूचना दी जाती है। इसमें अति महत्त्वपूर्ण उप भाग भी
सम्मिलित है- सोचना।
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