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Good Morning Shayari | Top 10 Best Good Morning Shayari in Hindi

Best Good Morning Shayari

जब आप सुबह अपने प्रियजन, दोस्तों और रिस्तेदारों को उनके अच्छे दिन की शुभकामना देने के लिए कोई संदेश भेजते हैं, तो उसे अक्सर 'Good Morning Shayari' कहा जाता है। यह सप्ताह के सातों दिनों के अनुसार हो सकता है जैसे Good Morning Monday, Good Morning Tuesday, Good Morning Wednesday, Good Morning Thursday, Good Morning Friday, Good Morning Saturday, Good Morning Sunday, etc. जैसे ही आप आजकल अपने फोन को सुबह में ओन करते हैं तो आपको किसी न किसी का Good Morning से संबंधित सुविचर मिल जाता है। 

आज के डिजिटल युग में, आप अपने प्रियजनों, दोस्तों और रिस्तेदारों के साथ विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या ऐप के माध्यम से गुड मॉर्निंग शायरी साझा कर सकते हैं, जो व्यापक रूप से लोकप्रिय हैं, जैसे कि फेसबुक मैसेंजर, व्हाट्सएप और मोबाइल टेक्स्ट मैसेज। 

इस लेख में, आज मैं आपको सुप्रभात संदेश, शुभ प्रभात शायरी, Good Morning SMS और 2024 के लिए गुड मॉर्निंग शायरी के साथ-साथ गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड के लिए विशेष शायरी सहित विभिन्न प्रकार की गुड मॉर्निंग शायरी दूंगा जिसे आप अपने सहुलियत के अनुसार उपयोग में ले सकते हैं।

सुबह हो गई है नई उमंग, हर पल जी लो मस्ती भरा है पल, जीवन बने एक प्यारा तरंग। शुभ प्रभात! Good Morning!

हमें उम्मीद है कि आपको यहाँ साझा की गई Good Morning Shyari पसंद आएगी और आप इसे अपने प्रियजनों के साथ इन्हे साझा करेंगे।

Good Morning Shayari

Shayari is a form of poetry that enables a person to plunge into the depths of his heart through words and express emotions. Here the latest updates of Good Morning Shayari in Hindi are being given.

If you get Good Morning Shayari by your friends in the morning, it makes them feel worried about you. If you have good early morning then your day will also be very good. Many scholars believe that if the early morning goes bad, then the whole day gets worse. Many people ignore this but it is true.


ना किसी के Abhav में जियो,

 ना किसी के Prabhav में जियो, 

Jindagi आपकी है बस 

अपने मस्त Swabhav में जियो।


सपनों से भरी रात बीत गई, नई सुबह की किरण खिल गई, उठो और देखो ये नया सवेरा, तुम्हारी राह में खुशियां बिखेरी हुई है। शुभ प्रभात!

Good Morning Suvichar


We are making a small effort to make your morning great. Best Good Morning Shayari is being presented for you here so that by sharing it, you can make the day of your loved ones better.


Latest Best Good Morning Shayari


Suvichar4u.com's poetry collection is here for you only. If you want, you can save the link of this page so that in the future whenever you need to read the Best Good Morning Shayari, you can get it by clicking on it. I hope you will like this Suvichar For You- Good Morning Shayari Album and you will share it.


Muskurahat का कोई मोल नही होता है, 

रिश्तों का कोई Tol नही होता है, 

इंसान तो मिल जातें है हमे हर Mod पर, 

लेकिन हर कोई आप की तरह Anmol नही होता है।


हर सुबह एक नई रोशनी आती है, जिंदगी के सफर में नई उम्मीद जगाती है, हर दिन आपको मिले खुशियों की सौगात मिले, यही दुआ हमारी सुबह-सुबह आपके लिए आती है। Good Morning!

Top 10 Best Good Morning Shayari in Hindi


कुछ Lamhon की ज़िन्दगी है, 

ज़ी लो इसे Khushlamhon की तरह, 

महकते रहो Sada फूलों की तरह, 

अगर Bikharon तो बिखरो Khushboo की तरह।


Shubh Prabhat Shayari


सूरज की किरणें चमक रही हैं, पंछियों की आवाजे गुनगुना रही है, उठो और देखो ये नया सवेरा, जिंदगी की नई राह दिखा रही है। शुभ प्रभात!

Good Morning Monday


Khusboo बन कर मेरी सांसो में रहना, 

Lahoo बन कर मेरी रग रग में बहना, 

दोस्त होते हैं रिश्तों का Anmol गहना, 

इसलिये हर रोज़ सुबह हम से Good Morning कहना।


सुबह के समय में जब आप अपने प्यारे लवर को गुड मोर्निंग कहने के लिये SMS भेजते हैं तो उसे ही गुड मोर्निंग शायरी कहा जाता है। आज के समय में इसे आप कई प्रकार के माध्यम से अपने लवर को सेंड कर सकते हैं जिसमें से कुछ माध्यम बहुत ज्यादा परचलित है जैसे - Facebook Messenger, Whatsapp, Mobile Message आदि। इस आर्टिकल में आप Good Morning Shayari, Suprabhat Sandesh, Shubh Prabhat Shayari, Goodmorning SMS, Good Morning Shayari of 2021, Good morning shayari for girlfriend and boy friend आदि पढ़ सकते हैं। हम आशा करते हैं कि यहां पर दी गई  Good Morning Shayari आपको पसंद आयेगी और आप इसे अपने संबंधियों के साथ शेयर करेंगे।

शायरी कविता का एक रूप होती है जो किसी व्यक्ति को शब्दों के माध्यम से उसकी दिल की गहराई में उतरने की क्षमता रखती है तथा भावनाओं को व्यक्त करती है। यहां पर Good Morning Shayari in Hindi के लेटेस्ट अपडेट दी जा रही है। 

सुबह में यदि आपको दोस्तों को आपके द्वारा Good Morning Shayari मिल जाये तो उन्हे यह आपकी फिक्र का एहसास कराती है। यदि सुबह की शरुआत आपकी अच्छी होती है तो आपका दिन भी बहुत अच्छा बीतेगा। बहुत सारे विद्वानों का मानना है कि यदि सुबह की शुरुआत खराब हो जाये तो पुरा दिन ही खराब हो जाता है। बहुत से लोग इसको नजअंदाज करते हैं लेकिन यह सत्य है। 


Top and Best Good Morning Shayari


हम आपकी सुबह को शानदार बनाने के लिये एक छोटा सा प्रयत्न कर रहे हैं। यहां पर आपके लिए Best Good Morning Shayari प्रस्तुत की जा रही है ताकि इसके शेयर करके आप अपना और अपने चाहने वालों का दिन बेहतर बना सकते हैं। 

Suvichar4u.com पर दी गई यह पेज आपके लिये शायरी संग्रह का काम करेगी। आप चाहे तो इस पेज के लिंक को सेव कर सकते हैं ताकि भविष्य में जब भी आपको Best Good Morning Shayari की जरुरत पढ़ें, आप इस पर क्लिक करके प्राप्त कर सकें। मुझे उम्मीद है कि आपको यह Suvichar For You- Good Morning Shayari Album पसंद आयेगी और आप इसे शेयर करेंगे। 


Taji हवा में फूलों की Mahak हो,

पहली Kiran में चिडियों की Chahak हो, 

जब भी खोलो तुम अपनी Palke, 

उन पलकों में बस खुशियों की झलक हो…

Good Morning Shayari


Palks झुका कर Slam करते हैं, 

हम तह Dil से आपके लिए Dua करते हैं, 

Kabul हो तो बस Muskura देना, 

हम ये Pyara सा दिन आपके नाम करते हैं।


ये Hamari सूर्योदय SMS सेवा है; 

इसमें हम सोए हुए Aalsi लोगों को जगाते हैं; 

और बाद में Good Morning कह कर खुद सो जाते हैं; 


Dil ने कहा कोई Yaad कर रहा है, 

मैंने Socha दिल मज़ाक कर रहा है, 

फिर आईं Hichki मैंने सोचा,

आपने Yaad किया है।


Inspirational Good Morning


कुछ Aur करना है, 

इरादें Roj करता हूँ..

इसी Khwahish में जीता हूँ

इसी Khwahish में मरता हूँ |

suvichar4u.com


संघर्ष में आदमी Akela होता है,

सफलता में दुनियां उसके Saath होती है!

Good Morning!



किसने कहा Rishte मुफ़्त मिलते हैं,

मुफ़्त तो Hawa भी नहीं मिलती !

एक Saans भी तब आती है,

जब एक Saans छोड़ी जाती है !



जब Dard और Kadawi बोली दोनों Sahan होने लगे,

तो समझ लेना Jeena आ गया!

सुप्रभात!



दूसरों को Dukhi देखकर

तुम्हें भी Dukh होता है तो समझ लो;

भगवान ने तुम्हें Insan बनाकर

कोई Galti नहीं की।

रुकिए नहीं, हो सकता है आपकी Jeet का सिलसिला Bas अभी शुरू हुआ हो… Good Morning!


अपने Saahas को हमेशा Soorya की तरह उज्जवल रखें…

पूरी Duniya आपके पीछे रहेगी…

Good Morning!



Jiwan एक Awasar है,

श्रेष्ठ करने का, Shreshth पाने का, श्रेष्ठ बनने का!

सुप्रभात!



सुख दुख तो Atithi है, बारी बारी से आएंगे,

चले जाएंगे यदि Wah नहीं आएंगे तो, हम Anubhav कहां से लाएंगे!

Good Morning!



Bhagyashali वह नहीं होते जिन्हें सब कुछ Achchha मिलता है,

बल्कि Wah होते हैं जिन्हें Jo मिलता है,

उसे वे Achchha बना लेते हैं!


हमेशा Hanste रहिए एक दिन Jindagi भी

आपको Pareshan करते-करते Thak जाएगी!

Good Morning!



जो अपने Kadamon की काबिलियत पर Vishwas रखते हैं,,

वही Aksar मंजिल तक पहुंचते हैं…

Good Morning!


आप Thodi देर और So सकते हैं और

Asaphalta का Samna कर सकते हैं

या आप success का पीछा करने के लिए तुरंत उठ सकते हैं।

इच्छा पूरी Tarah से आपकी है।

सुप्रभात ! आपका दिन मंगलमय हो !


 

Saphalta होने का Seedha तरीका है

दूसरों से ज़्यादा mehnat करो, दूसरों से ज़्यादा जानो और

दूसरों से कम Ummeed रखो ।

Good morning। आपका दिन Shubh हो ।

 

 

रूबरू मिलने का Msuka

हमेशा नहीं Milta,

इसलिए Sabdo से छू लेता हूँ Apno को ।

Good morning । आपका दिन Shubh हो ।

 

सबकी khushi में हो

मेरी khushi

ऐसा मेरा najariya कर दो

सबके chehre पर

एक छोटी सी khushi ला सकूँ

तुम मुझे ऐसा jariya कर दो ।

Good morning! आपका दिन मंगलमय हो ।

 

New morning इतनी सुहानी हो जाए;

आपके Dukho की सारी बातें old हो जायें;

दे जाए इतनी khushiya ये दिन आपको;

कि ख़ुशी भी आपकी muskurahat की

Diwani हो जाए ।

 

हर नई subah का नया नज़ारा,

ठंडी हवा लेके आई paigam हमारा,

जागो, उठो, तैयार हो जाओ,

khushiyo से भरा रहे आज का दिन तुम्हारा ।

सुप्रभात !

 

राह Sangharsh की जो Chalta है,

वो ही Sansar को बदलता है,

जिसने Raton से जंग जीती,

सूर्य Bankar वही निकलता है ।

Good morning … आपका दिन मंगलमय हो ।

 

Every morning जिन्दगी की शुरुआत होती है,

किसी अपने से बात हो तो Khas होती है ।

हँस के Pyar से अपनों को good morning बोलो

तो khushiya अपने आप साथ होती हैं ।

सुप्रभात ! आपका दिन Mangalmay हो !

 

हर morning की धूप कुछ याद दिलाती है,

हर महकती khoosbu एक जादू जगाती है,

जिन्दगी कितनी भी busy क्यों न हो,

Nigaho पर सुबह-सुबह

अपनों” की Yaad आ ही जाती है ।

Good morning

 

तम की घटाएँ छँट चुकी, देखो नया सबेरा है,

chidiya चहके, बयार भी महके, kirano का बसेरा है।

उठ जाग musafir देर हुई, उम्मीदों ने तुम्हे घेरा है,

सपने पूरे कर लो अपने, कहता ये बसेरा है।

Good mornig

 

 

खिलखिलाती सुबह है

ताजगी भरा है सबेरा

फूलों और बहारों ने

रंग अपना है बिखेरा

बस इंतजार है

आपकी मुस्कुराहट का

जिसके बिना ये दिन है अधूरा ।

सुप्रभात ! आपका दिन शुभ हो ।

 

 

Khilkhilati सुबह है

ताजगी Bhara है सबेरा

फूलों और बहारों ने

Rang अपना है Bikhera

बस इंतजार है

आपकी Muskurahat का

जिसके बिना ये Din है अधूरा ।

Subhpratah ! आपका दिन Shubh हो ।


सुबह-सुबह की ये Pyari Hava, नए सपनों की है ये दुआ, हर दिन हो खुशियों से भरा, यही है Jindagi की असली दुआ। शुभ प्रभात!

Jindagi में Risk लेने से कभी Mat डरो,
या तो Jeet मिलेगी और Haar भी गए तो सीख मिलेगी!
Good Morning!

सुबह का Ujala सदा आपके साथ हो,
हर दिन हर Pal आपके लिए Khas हो,
Dil से दुआ निकलती रहे आपके लिए,
सारी Khushiyan आपके पास हो.

Khushiyon के लिए क्यों किसी का Intejar
आप ही तो हो अपने Jwan के शिल्पकार
चलो आज Muskilon को हराते हैं और दिन भर Muskurate हैं

Latest Good Morning Shayari List

एक नई मंजिल की तलाश: पूजा की प्रेरक कहानी

 Pooja Ki Prerak Kahani - Ek Manjil Ki Talash (पूजा की प्रेरक कहानी)

Kashi Railway Station के बाहर भीड़ बढ़ रही थी। May की तपती गर्मी में हर किसी को अपने मंजिल पर पहुंचने की जल्दी थी, लेकिन वहाँ खड़ी पूजा अपनी रिक्शा पर सवारी के इंतजार में थी। पूजा, एक अकेली लड़की थी, जो वहां पर रिक्शा चलाया करती थी। लोग उसे देखते और सोचते, "लड़की है, कमजोर होगी, ये क्या रिक्शा चला पाएगी?" और आगे की ओर बढ़ जाते।

May की गर्मी और इंतजार की घड़ियो में पूजा पसीने में भीग चुकी थी। उसके चेहरे पर थकान दिखने लगी थी, पर उसकी मुस्कान बनी हुई थी। तभी एक युवक उसके पास आया और पूछा, "बीएचयू हॉस्टल चलोगी क्या?"

पूजा ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "हां, तीस रुपये लगेंगे।" युवक ने बोला ठीक है और रिक्शा में बैठ गया। पूजा खुश थी, उसे आखिरकार एक सवारी मिल गई थी।

Ek Manjil Ki Talash

रास्ते में सवाल और जवाब

रिक्शा चलते समय युवक के मन में कुछ सवाल उठे। उसने पूछा, "तुम कब से रिक्शा चला रही हो?"

पूजा ने बिना झिझक कहा, "दो साल हो गए साहब।"

युवक ने आगे पूछा, "घरवाले तुम्हें रिक्शा चलाने से नहीं रोकते?"

पूजा ने धीरे से कहा, "साहब, मेरे कोई घरवाले नहीं हैं। मां तो बचपन में ही चली बसी थीं, और बाबा भी मुझे 12 साल की उम्र में छोड़कर चले गए। बाबा भी रिक्शा चलाते थे। उनकी यादों के साथ मैंने ये सफर शुरू किया है साहब।"

बाबा की आखिरी निशानी

युवक ने देखा कि पूजा का रिक्शा मोटर से चल रहा था। उसने पूछा, "तुम्हारे रिक्शे में तो मोटर लगी है, ये कब से?"

पूजा ने गर्व से कहा, "बाबा के जाने के बाद मैंने पैसे बचाकर इस रिक्शे में मोटर लगवा ली। यह उनकी आखिरी निशानी है। जब मैं इसे देखती हूं, तो लगता है कि मैंने उनके थके हुए पैरों को कुछ राहत दी है।"

अनजान खत: एक अनोखा प्रस्ताव

युवक जब मंजिल पर पहुंचा, तो पूजा को 500 का नोट दिया और चला गया। घर आकर पूजा ने जब 500 के नोट देखा, तो उस 500 के मुडे हुए नोट में से एक कागज निकला। पूजा पढ़-लिख नहीं सकती थी, इसलिए वह कागज को समझ नहीं सकी।

उसकी जिज्ञासा ने उसे पढ़ना सिखने पर मजबूर किया। कई महीनों की मेहनत के बाद, पूजा ने कुछ पढ़ना सीख लिया और वह कागज निकाला। उसमें लिखा था:

"तुम्हारी सादगी और अपने पिता के प्रति तुम्हारा प्रेम ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। मैं मोहित हूँ और मैं चाहता हूँ कि तुम मुझसे मिलो। पंद्रह दिनों के भीतर वहीं आओ, जहाँ तुमने मुझे छोड़ा था। मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा।"

"तुम बहुत प्यारी हो। तुम्हारी सादगी और अपने पिता के प्रति तुम्हारा समर्पण मुझे बहुत प्रभावित करता है। अगर तुम मुझसे मिलना चाहो, तो पंद्रह दिनों के अंदर वहीं आओ, जहां तुमने मुझे छोड़ा था। मैं हर दिन तुम्हारा इंतजार करूंगा। मैं तुम से शादी करना चाहता हूं"

देर से आया संदेश और पछतावा

खत पढ़ते ही पूजा के आंसू निकल आए। वह युवक, जिसने उसके रिक्शे में कुछ समय बिताया था, उसे जीवनभर साथ देने का प्रस्ताव दे गया था। काश! वह समय पर यह खत पढ़ पाती। काश! वह मोहित से मिल पाती। लेकिन अब वह सिर्फ पछतावा कर सकती थी। वह फिर से अपनी रिक्शा लेकर चल पड़ी, अपनी सवारियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने।

Must ReadShayari in Hindi on Anchoring Program

दोस्तों इस कहानी से  क्या शिक्षा मिली,  चलिए कुछ सुविचार के माध्यम से समझते है-

इस कहानी ने क्या सुविचार दियें:


कड़ी मेहनत से कोई भी रास्ता पार किया जा सकता है, बस अपने लक्ष्य पर नज़र बनाए रखे।


सच्चा प्यार वही होता है, जो बिना शर्त जीवनभर का साथ देने का वादा करें।


पिता का आशीर्वाद और यादें हमेशा हमारे दिल को मजबूत और शकुन देता है।


हर संघर्ष आपको आपके उद्देश्य के करीब लाता है, बस हार न मानें।


वक्त की कद्र करना सीखो, क्योंकि जो समय निकल जाता है, वह कभी लौटकर नहीं आता।


सपनों का पीछा करो, भले ही राह में कांटे हों, क्योंकि जो मेहनत से नहीं डरते, वही अपने भाग्य को खुद लिखते हैं।

Family Sanskar Status | जीवन में संस्कारों का महत्त्व

संस्कार स्टेटस: जीवन में संस्कारों का महत्त्व को जाने और समझें

संस्कार केवल एक शब्द नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि आप में संस्कार नहीं है तो आपका जीवन अंधकारमय हो जायेगा, इसलिए संस्कार को जीवन में अपनाये। चलिए आज के इस Suvichar4u Blog में मैं आपको Family Sanskar Status से जुड़ी कुछ माहत्वपूर्ण जानकारियां दुंगा तथा कुछ सुविचार दुंगा। जिसे पढ़कर आप संस्कारी बनने की ओर एक कदम बढ़ा सकते हैं। 

सफलता का आधार, संस्कार बन सकता है, जाने कैसे

आपने अक्सर संस्कार शब्द को छोटा समझने की भूल की होगी लेकिन यह सुनने में छोटा जरूर लगता है पर इसका प्रभाव बहुत गहरा होता है। यह संस्कार ही है जो इस समाज और दुनिया को सही दिशा की ओर संचालित कर रही है। इसके द्वारा ही हमें अच्छे व्यवहार की शिक्षा देने, गलत और सही का परख करने तथा दूसरे की मदद करने के बारे में बताता है। 

संस्कार जीवन की सबसे बड़ी धरोहर है, जो हमें सच्चे मूल्यों की ओर ले जाती है।

समाज और परिवार में संस्कारों का योगदान क्या होता है?

यदि समाज और परिवार में रहने वाले लोगों में संस्कार का अभाव हो तो वे असभ्य और कूड़े के ढेर के समान हो जायेंगे। क्योंकि यह है तो हममें कौशल विकास, विवेकशीलता, उपकार, और दयालुता जैसी शिक्षाएं मिलती है। बहुत से लोग अक्सर जानना चाहते हैं कि संस्कार कहाँ से मिलते हैं? तो उनके लिए बता दें कि सबसे पहले संस्कारों की शिक्षा हमें माता-पिता, दादा-दादी और अन्य परिवार के सदस्यों से मिलती है। इसके बाद संस्कार का ज्ञान हमारे शिक्षक, मित्र, स्कूल की किताबें और आध्यात्मिक पुस्तकों से मिलती है। 

Family Sanskar Status


चलिए अब Family Sanskar Status से संबंधित कुछ सुविचार को पढ़ते हैं और उसके गहरे प्रभाव को जानते और समझते हैं-

संस्कार स्टेटस से संबंधित कुछ सुविचार

ये संस्कार ही है जो परिवार में एकजुट का भाव रखता है, जिस प्रकार से जड़ें पेड़ को मजबूती देती हैं, ठीक उसी प्रकार से संस्कार परिवार को एकजुट रखती है। इसलिए चलिए कुछ sanskar से संबंधित सुविचार पढ़ते और शेयर करते हैं। 

परिवार संस्कारों का आधार है, जो हमें सिखाता है प्यार, आदर और सहिष्णुता क्या होते हैं।

संस्कार विचारों से मिलते हैं, जब हम परिवार में एक-दूसरे को समझते हैं और उनके प्रति अच्छा विचार रखते हैं तो हमारे संस्कार भी अच्छे होते जाते हैं। 

संस्कारों का दीप जलाए रखें क्योंकि यह हमारे परिवार की खुशियों की चाबियां है।

हर परिवार में संस्कारों का पौधा होता है, उसे स्नेह और देखभाल की पानी से बढ़ाते रहें।  

यदि आपके विचारों में संस्कार की झलक है तो आप जीवन में उचित दिशा और उद्देश्य प्राप्त करते रहेंगे। 

जिस प्रकार से बगीचे बिना फूलों के अच्छे नहीं लगते हैं उसी प्रकार से संस्कारों के बिना, परिवार अधूरे लगते हैं।

संस्कार में छिपा है


हर संस्कार में छिपा है एक सुविचार, जो हमें जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति देती है।

संसार में केवल परिवार ही है, जो हमें सिखाता है कि सच्चा सुख केवल संस्कारों में होता है।
Family Sanskar Status


संस्कारों की महक से सजी हर परंपरा, परिवार में खुशियों का संचार करता है।

संस्कार सुविचार हैं जो हमारे विचारों को परिष्कृत करते हैं और हमें बेहतर बनाते हैं।

परिवार संस्कार स्टेटस सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि हमारे जीने का तरीका हैं। इसलिए अपने दोस्तों और परिवार को हमारे संस्कार से संबंधित सुविचार शेयर करते रहें। धन्यवाद।

चलिए अब कुछ अन्य सुविचार से संबंधित ब्लोग्स को पढ़ते है और दूसरों के साथ शेयर करते हैं-

अन्य सुविचार ब्लोग्स



World Hindi Day | हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?

Vishwa hindi diwas (हिंदी दिवस)

विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Day) विश्व स्तर पर भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 10 जनवरी को मनाया जाने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है। यह पहली बार 2006 में विश्व हिंदी सचिवालय की सिफारिश पर मनाया गया था, जो भारत सरकार द्वारा विदेशों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए स्थापित एक संगठन है। 

Hindi Diwas को दुनिया भर के हिंदी भाषा संगठनों, स्कूलों और विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित व्याख्यान, बहस और सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों द्वारा चिह्नित किया जाता है। विश्व हिंदी दिवस का लक्ष्य हिंदी भाषा और इसकी सांस्कृतिक और भाषाई विरासत के बारे में जागरूकता बढ़ाना और विभिन्न राष्ट्रीयताओं के लोगों के बीच संचार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के साधन के रूप में इसके उपयोग को प्रोत्साहित करना है।

हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी सभ्यता और संस्कारों का प्रतीक है। हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर Suvichar4U की ओर से सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
 
हिंदी विश्व की एक मात्र ऐसी भाषा है जो '' अनपढ़ से शुरु होती है और 'ज्ञ' ज्ञानी बनकर समाप्त होती है। 

World Hindi Day

हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?


हिंदी दिवस (हिंदी दिवस) देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाने के लिए मनाया जाता है। यह हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है।

14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा अंग्रेजी के साथ हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था। यह निर्णय भारत के सभी क्षेत्रों के लोगों द्वारा प्रत्येक के साथ संवाद करने के लिए इस्तेमाल की जा सकने वाली एक आम भाषा स्थापित करने के लिए लिया गया था। अन्य, और सरकार के काम को सुविधाजनक बनाने के लिए।

इस महत्वपूर्ण घटना को मनाने और भारत में विभिन्न क्षेत्रों और पृष्ठभूमि के लोगों के बीच संचार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की भाषा के रूप में हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है। यह दिन देश भर में हिंदी भाषा संगठनों और स्कूलों द्वारा आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों जैसे व्याख्यान, वाद-विवाद और संगीत कार्यक्रम द्वारा चिह्नित किया जाता है। हिंदी दिवस का लक्ष्य राष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के साधन के रूप में इसके उपयोग को प्रोत्साहित करना है।

हिंदी भाषा का जन्म कब हुआ?

हिंदी इंडो-यूरोपीय भाषा परिवार की इंडो-आर्यन शाखा का सदस्य है, और इसका एक लंबा और जटिल इतिहास है। हिंदी के सबसे पुराने रूप का पता 7वीं या 8वीं शताब्दी ईस्वी में लगाया जा सकता है, जब भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी क्षेत्रों में भाषा की विभिन्न बोलियों का विकास शुरू हुआ।

एक विशिष्ट भाषा के रूप में हिंदी के विकास का पता 11वीं शताब्दी में लगाया जा सकता है, जब दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में बोली जाने वाली स्थानीय भाषाओं ने अधिक मानकीकृत रूप विकसित करना शुरू किया। हिंदी का यह रूप, जिसे खड़ी बोली के रूप में जाना जाता है, ने आधुनिक हिंदी के आधार के रूप में कार्य किया। समय के साथ, हिंदी की विभिन्न बोलियों का विकास हुआ, जैसे ब्रज भाषा और अवधी, और इन बोलियों ने भी आधुनिक हिंदी के विकास में योगदान दिया।

ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान, हिंदी अंग्रेजी से प्रभावित थी, और 19 वीं शताब्दी में इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाने लगा, जो आज भी उपयोग में है। देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को व्यापक रूप से मानक रूप में अपनाया गया था और उत्तर भारत में अधिकांश लोगों द्वारा व्यापक रूप से बोली और समझी जाती थी।

14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था। इसने हिंदी को भारत की राष्ट्रीय भाषा के रूप में औपचारिक मान्यता प्रदान की, और यह व्यापक रूप से बोली जाती रही और इसका उपयोग किया जाता रहा।

भारत में हिंदी की शुरुआत कब हुई?

हिंदी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है और इसका एक लंबा इतिहास है। हिंदी के शुरुआती रूपों का पता 10वीं शताब्दी ईस्वी में लगाया जा सकता है, जब भारत के उत्तरी क्षेत्रों में अपभ्रंश की एक बोली खड़ी बोली के रूप में विकसित होने लगी थी। इस बोली ने अंततः हिंदी सहित कई साहित्यिक और बोली जाने वाली भाषाओं को जन्म दिया।

सदियों से, हिंदी कई अलग-अलग तरीकों से विकसित और विकसित हुई है। उदाहरण के लिए, मुगल काल (16वीं से 18वीं शताब्दी) के दौरान, हिंदी फ़ारसी से अत्यधिक प्रभावित थी, और इसे उस समय से हिंदी साहित्य में कई फ़ारसी शब्दों और निर्माणों के उपयोग में देखा जा सकता है। 19वीं और 20वीं सदी की शुरुआत में, हिंदी मानकीकरण और आधुनिकीकरण की एक प्रक्रिया से गुज़री, जिसके कारण आज बोली और लिखी जाने वाली हिंदी का विकास हुआ।

यह 1800 के अंत से भारत में आधिकारिक तौर पर उपयोग किया जाता है।

हिंदी के संस्थापक कौन हैं?

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एक भाषा के रूप में हिंदी का कोई संस्थापक या मूल स्रोत नहीं है। यह उत्तर भारत में बोली जाने वाली भाषा का एक स्वाभाविक विकास है और यह विभिन्न भाषाओं और बोलियों से प्रभावित है जो पूरे इतिहास में इस क्षेत्र में उपयोग में रही हैं। कई विद्वानों और कवियों ने सदियों से हिंदी के विकास और परिष्कार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, लेकिन कोई एक व्यक्ति ऐसा नहीं है जिसे भाषा का "संस्थापक" माना जा सके।

इसके आधुनिक रूप में योगदान देने वाली महत्वपूर्ण शख्सियतों में से एक महात्मा गांधी और उनकी टीम है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत में हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में उपयोग करने के लिए जोर दिया था। उनका मानना था कि हिंदी के प्रचार और उपयोग से भारत के विविध लोगों को एकजुट करने और एक साझा राष्ट्रीय पहचान बनाने में मदद मिलेगी। यह हिंदी के प्रचार-प्रसार और इसे भारत के लोगों के लिए अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम था, क्योंकि इससे पहले इसका उपयोग ज्यादातर समाज के उच्च वर्ग द्वारा किया जाता था।

साथ ही ब्रिटिश राज के समय में, हिंदी को सरकारी कामकाज और प्रशासन में उपयोग के लिए धकेला गया, जिससे इसके व्यापक प्रसार में भी मदद मिली।

हिंदी कितनी पुरानी है?

जैसा कि मैंने पहले उल्लेख किया है, हिंदी का एक लंबा इतिहास है और इसे 10वीं शताब्दी ईस्वी में देखा जा सकता है। हिंदी के शुरुआती रूप अपभ्रंश की एक बोली थी जिसे खड़ी बोली के नाम से जाना जाता है।

यह बोली भारत के उत्तरी क्षेत्रों में विकसित होने लगी और अंततः हिंदी सहित कई साहित्यिक और बोली जाने वाली भाषाओं को जन्म दिया। सदियों से, हिंदी फारसी और अंग्रेजी जैसी अन्य भाषाओं से प्रभावित होकर कई तरह से विकसित और विकसित हुई है।

आज जो आधुनिक हिंदी बोली और लिखी जाती है, वह उस भाषा का एक मानकीकृत संस्करण है जिसे 19वीं और 20वीं सदी की शुरुआत में विकसित किया गया था। हिंदी को अपेक्षाकृत पुरानी भाषा माना जाता है, जिसकी लिखित परंपरा एक हजार साल से भी अधिक पुरानी है। हालाँकि, हिंदी अपने वर्तमान स्वरूप में अपेक्षाकृत आधुनिक है और 1800 के अंत से भारत में आधिकारिक तौर पर इसका उपयोग किया जाता रहा है।

हिंदी से पहले भारत की भाषा कौन सी थी?

हिंदी के भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक बनने से पहले, पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में कई तरह की भाषाएँ बोली जाती थीं। किसी दिए गए क्षेत्र में बोली जाने वाली सटीक भाषा उस क्षेत्र को आकार देने वाले ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक प्रभावों पर निर्भर करती है।

संस्कृत को भारत की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक माना जाता है, जिसका उपयोग संचार, शिक्षा और धार्मिक ग्रंथों में भी एक माध्यम के रूप में किया जाता था। इसे अभिजात वर्ग की भाषा और धार्मिक और आध्यात्मिक ग्रंथों की भाषा माना जाता था। यह मुख्य रूप से पुरोहित वर्ग और शिक्षित अभिजात वर्ग तक ही सीमित था।

प्राचीन भारत की एक अन्य महत्वपूर्ण भाषा प्राकृत है, यह व्यापक रूप से बोली जाती थी और साहित्य में प्रयोग की जाती थी। यह आम लोगों की भाषा थी और प्राचीन भारत में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता था। प्राकृत ने कई क्षेत्रीय भाषाओं को जन्म दिया, जैसे पाली, अर्ध-मागधी और उत्तर की विभिन्न प्राकृत, जिनमें शौरसेनी, महाराष्ट्री और मगधी शामिल हैं।

भारत में इस्लामी शासन के आगमन के बाद, प्रशासन, शिक्षा और धार्मिक पाठ में व्यापक उपयोग के कारण अरबी और फ़ारसी व्यापक हो गए। इसके साथ ही क्षेत्र और समुदाय के आधार पर कई अन्य भाषाएँ भी बोली जाती थीं, जैसे तमिल, बंगाली, तेलुगु, मलयालम और कई अन्य।

इसलिए, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हिंदी से पहले पूरे भारत में एक भाषा नहीं बोली जाती थी, बल्कि क्षेत्र, समुदाय और ऐतिहासिक काल के आधार पर विभिन्न भाषाओं का उपयोग किया जाता था।

हिंदी कैसे हुई?

एक अलग भाषा के रूप में हिंदी के विकास का पता 10वीं शताब्दी ईस्वी में लगाया जा सकता है, जब भारत के उत्तरी क्षेत्रों में अपभ्रंश की एक बोली खड़ी बोली के रूप में विकसित होने लगी थी। यह बोली धीरे-धीरे अपभ्रंश की अन्य बोलियों से विकसित और अलग होने लगी, अंततः हिंदी सहित कई साहित्यिक और बोली जाने वाली भाषाओं को जन्म दिया।

सदियों से, हिंदी विकसित और विकसित होती रही। उदाहरण के लिए, मुगल काल (16वीं से 18वीं शताब्दी) के दौरान, हिंदी फ़ारसी से अत्यधिक प्रभावित थी, और इसे उस समय से हिंदी साहित्य में कई फ़ारसी शब्दों और निर्माणों के उपयोग में देखा जा सकता है।

19वीं और 20वीं सदी की शुरुआत में, हिंदी मानकीकरण और आधुनिकीकरण की प्रक्रिया से गुजरी। इसका नेतृत्व महात्मा गांधी सहित हिंदी विद्वानों और कार्यकर्ताओं के एक समूह ने किया था, जिनका मानना था कि हिंदी के प्रचार और उपयोग से भारत के विविध लोगों को एकजुट करने और एक साझा राष्ट्रीय पहचान बनाने में मदद मिलेगी। इस प्रयास के परिणामस्वरूप, हिंदी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक बन गई, और अब यह पूरे देश में करोड़ों लोगों द्वारा बोली जाती है।

इस प्रक्रिया में विभिन्न समुदायों द्वारा बोली जाने वाली बोलियों को भी ध्यान में रखा गया और यह तय किया गया कि किस बोली को मानक हिंदी माना जाए।

यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि यह प्रक्रिया अभी भी जारी है, शब्दावली, व्याकरण और मुहावरों के मामले में हिंदी लगातार विकसित हो रही है और अपने वक्ताओं की बदलती जरूरतों के अनुकूल हो रही है।

हमारे भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती हैं?


भारत में कई भाषाएँ बोली जाती हैं, क्योंकि देश विविध आबादी का घर है। भारत का संविधान 22 आधिकारिक भाषाओं को मान्यता देता है, जिन्हें दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है: अनुसूचित भाषाएँ और गैर-अनुसूचित भाषाएँ।

अनुसूचित भाषाएँ हैं:

  1. असमिया
  2. बंगाली
  3. गुजराती
  4. हिंदी
  5. कन्नडा
  6. कश्मीरी
  7. कोंकणी
  8. मलयालम
  9. मैतेई (मणिपुरी)
  10. मराठी
  11. नेपाली
  12. उड़िया (उड़िया)
  13. पंजाबी
  14. संस्कृत
  15. सिंधी
  16. तामिल
  17. तेलुगू
  18. उर्दू


गैर-अनुसूचित भाषाएँ हैं:

  1. बोडो
  2. डोगरी
  3. मैथिली
  4. संथाली
  5. मगही
  6. संताली
  7. हिंदी

इन आधिकारिक भाषाओं के अलावा, भारत में कई अन्य भाषाएँ और बोलियाँ बोली जाती हैं, जो इसे दुनिया के सबसे भाषाई रूप से विविध देशों में से एक बनाती हैं।

यह ध्यान देने योग्य है कि भारत में उन भाषाओं के बोलने वालों की सबसे बड़ी संख्या भी है जो आधिकारिक नहीं हैं। कुछ उदाहरण हैं: अंग्रेजी, भोजपुरी, राजस्थानी, हरियाणवी, इत्यादि।

विश्व हिंदी दिवस उद्धरण

ज़रूर, यहाँ विश्व हिंदी दिवस मनाने के लिए कुछ उद्धरण दिए गए हैं:


हिंदी के चार अक्षर, सबकी भाषा है सार
"Hindi ke chaar akshar, sabki bhaasha hai saar" - The four letters of Hindi, the essence of all languages.


हिंदी भाषा, दुनिया का ज्ञान है
"Hindi bhaasha, duniya ka gyaan hai" - Hindi language is the knowledge of the world.


Hindi boli, toh desh ki doli
"Hindi boli, toh desh ki doli" - Hindi spoken, the nation's palanquin.

हिंदी को है, हिंदी को पुकार, हिंदी है मेरा प्यार
"Hindi ko hai, Hindi ko pukaar, Hindi hai mera pyaar" - Hindi is mine, Hindi is my call, Hindi is my love.


हिन्दी भाषा, देश की पहचान
"Hindi bhaasha, desh ki pehchaan" - Hindi language, the identity of the nation.


हिंदी से हमें आजादी मिली है, हिंदी से हमें शांति मिली है
"Hindi se hamein aazaadi mili hai, Hindi se hamein shaanti mili hai" - We have gained freedom through Hindi, and peace through Hindi.


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