संस्कार स्टेटस: जीवन में संस्कारों का महत्त्व को जाने और समझें
संस्कार केवल एक शब्द नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि आप में संस्कार नहीं है तो आपका जीवन अंधकारमय हो जायेगा, इसलिए संस्कार को जीवन में अपनाये। चलिए आज के इस Suvichar4u Blog में मैं आपको Family Sanskar Status से जुड़ी कुछ माहत्वपूर्ण जानकारियां दुंगा तथा कुछ सुविचार दुंगा। जिसे पढ़कर आप संस्कारी बनने की ओर एक कदम बढ़ा सकते हैं।
सफलता का आधार, संस्कार बन सकता है, जाने कैसे
आपने अक्सर संस्कार शब्द को छोटा समझने की भूल की होगी लेकिन यह सुनने में छोटा जरूर लगता है पर इसका प्रभाव बहुत गहरा होता है। यह संस्कार ही है जो इस समाज और दुनिया को सही दिशा की ओर संचालित कर रही है। इसके द्वारा ही हमें अच्छे व्यवहार की शिक्षा देने, गलत और सही का परख करने तथा दूसरे की मदद करने के बारे में बताता है।
संस्कार जीवन की सबसे बड़ी धरोहर है, जो हमें सच्चे मूल्यों की ओर ले जाती है।
समाज और परिवार में संस्कारों का योगदान क्या होता है?
यदि समाज और परिवार में रहने वाले लोगों में संस्कार का अभाव हो तो वे असभ्य और कूड़े के ढेर के समान हो जायेंगे। क्योंकि यह है तो हममें कौशल विकास, विवेकशीलता, उपकार, और दयालुता जैसी शिक्षाएं मिलती है। बहुत से लोग अक्सर जानना चाहते हैं कि संस्कार कहाँ से मिलते हैं? तो उनके लिए बता दें कि सबसे पहले संस्कारों की शिक्षा हमें माता-पिता, दादा-दादी और अन्य परिवार के सदस्यों से मिलती है। इसके बाद संस्कार का ज्ञान हमारे शिक्षक, मित्र, स्कूल की किताबें और आध्यात्मिक पुस्तकों से मिलती है।
चलिए अब Family Sanskar Status से संबंधित कुछ सुविचार को पढ़ते हैं और उसके गहरे प्रभाव को जानते और समझते हैं-
संस्कार स्टेटस से संबंधित कुछ सुविचार
परिवार संस्कारों का आधार है, जो हमें सिखाता है प्यार, आदर और सहिष्णुता क्या होते हैं।
संस्कार विचारों से मिलते हैं, जब हम परिवार में एक-दूसरे को समझते हैं और उनके प्रति अच्छा विचार रखते हैं तो हमारे संस्कार भी अच्छे होते जाते हैं।
संस्कारों का दीप जलाए रखें क्योंकि यह हमारे परिवार की खुशियों की चाबियां है।
हर परिवार में संस्कारों का पौधा होता है, उसे स्नेह और देखभाल की पानी से बढ़ाते रहें।
यदि आपके विचारों में संस्कार की झलक है तो आप जीवन में उचित दिशा और उद्देश्य प्राप्त करते रहेंगे।
जिस प्रकार से बगीचे बिना फूलों के अच्छे नहीं लगते हैं उसी प्रकार से संस्कारों के बिना, परिवार अधूरे लगते हैं।
हर संस्कार में छिपा है एक सुविचार, जो हमें जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति देती है।
संसार में केवल परिवार ही है, जो हमें सिखाता है कि सच्चा सुख केवल संस्कारों में होता है।
संस्कारों की महक से सजी हर परंपरा, परिवार में खुशियों का संचार करता है।
संस्कार सुविचार हैं जो हमारे विचारों को परिष्कृत करते हैं और हमें बेहतर बनाते हैं।
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